मन प्रसन्न है
तन है पुलकित
श्रवण हो रहा मंगलगान
नेत्र अश्रुपूरित
भावों से
देखें भारत का कल्याण
एक नए भारत का
होते देख
उदय रजधानी में
गोधूलि की वेला में
दिनकर का
तेजोमयी उठान !
भारत माता की जय.......वन्देमातरम !
पंकज खिला,
शंख-ध्वनि गुंजित
और पखावज
का संगीत !
पंख खोल खग
हंसों के संग
सुना रहे
गौरव के गीत !!
भारत माता के
कर में
भगवा कर रहा
लहर उन्माद !
भारतभू में
जल-थल-अम्बर
नर-नारी
गाते नव-गीत !!
!! भारत माता की जय !!