Monday, May 26, 2014

मन प्रसन्न है तन है पुलकित श्रवण हो रहा मंगलगान नेत्र अश्रुपूरित भावों से देखें भारत का कल्याण एक नए भारत का होते देख उदय रजधानी में गोधूलि की वेला में दिनकर का तेजोमयी उठान ! भारत माता की जय.......वन्देमातरम !

पंकज खिला, शंख-ध्वनि गुंजित और पखावज का संगीत ! पंख खोल खग हंसों के संग सुना रहे गौरव के गीत !! भारत माता के कर में भगवा कर रहा लहर उन्माद ! भारतभू में जल-थल-अम्बर नर-नारी गाते नव-गीत !! !! भारत माता की जय !!